कुलपति ममता चन्द्राकर के साथ कोशा ने की सौजन्य भेंट….
VLC@राजनांदगांव. इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति ममता चंद्राकर से लोककला संगीत धर्मी एवं कवि / साहित्यकार आत्माराम कोशा “अमात्य“ ने खैरागढ़ पहुंच कर सौजन्य भेट की और उन्हे गुलदस्ता भेंट कर कुशल क्षेम जानी व उनके स्वस्थ दीर्घायु की कामना की। पी एच डी के सिलसिले में शोधार्थी हरिशंकर झारराय के साथ इंदिरा कला विश्वविद्यालय पहुँचे श्री कोशा चंद्राकर से मिलकर उनके द्वारा गाये गये सुप्रसिध्द छत्तीसगढ़ी गीत – “अरपा पैरी के धार“ को छत्तीसगढ़ प्रदेश का राज्य गीत बनाये जाने पर उन्हे बधाई दी तथा उक्त हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार माना ।
शोधार्थी झारराय ने बताया कि दोनो वरिष्ठ लोक कलाधर्मी लोक संगीतकार व कवि साहित्यकार कोशा व चन्द्राकर के बीच छत्तीसगढ़ी गीत संगीत को लेकर देर तक चर्चा होती रही जिसमें छत्तीसगढ़ गीतो से विलुप्त होते जा रहे लोक तत्व पर चिंता व्यक्त की गई तथा कहा गया की लोक तत्व छत्तीसगढ़ी गीतो का प्राण है अतः इसकी अस्मिता को बनाये व बचाय रखना जरूरी है नही तो इसकी दीर्घ जीविता समाप्त होने का संकट उपस्थित हो जाएगा। चर्चा के दौरान कुलपति श्री ममता चंद्राकर ने बताया कि अंचल के कलाकारो के गीत – संगीत ध्वन्यांकन के लिए इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में रिकार्डिंग स्टूडियो बनाने की तैयारी की जा रही है इससे अंचल के लोक कला संगीत साहित्य से जुड़े लोगो को लाभ होगा ।