शैलदेवी महाविद्यालय अंडा, दुर्ग में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन
VLC@अंडा. शैलदेवी महाविद्यालय,अंडा में सेक्टर स्तरीय दो दिवसीय अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है , इस बुद्धिमत्ता के खेल में दुर्ग जिले के 25 महाविद्यालयों से आये अनेक प्रतिभाशाली प्रतिभागीओं ने अपने अपने मार्ग दर्शकों के साथ उपस्थित होकर खेल का जौहर बिखेरा। आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में माननीय कुलपति महोदया श्री हेमचंद विश्वविद्यालय, दुर्ग श्रीमती अरुणा पलटा जी उपस्थित थी एवं विशेष अतिथि के रुप में महाविद्यालय के निदेशक श्री राजन कुमार दुबे जी थे।कार्यक्रम का आरम्भ माननीय मुख्य अतिथि महोदया के कर कमलों द्वारा माता सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं उनके समक्ष दीपप्रज्वलन से हुआ।
कुलपति महोदया ने शतरंज के खेल के महत्व के विषय में कहा कि यह मानव जीवन का खेल है जिस प्रकार जीवन में हार व जीत निरंतर दिन और रात की भाँति चलता रहता है उसी भाँति जीवन का खेल भी शतरंज की भांति निरंतर प्रवाहमय होते रहता है। उन्होंने इसकी प्रतिपादक्ता एवं दार्शनिकता पर भी बल दिया। साथ ही विशेष अतिथि राजन कुमार दुबे जी ने इस शतरंज खेल के विषय में महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया उन्होंने कहा कि पढ़ाई लिखाई के साथ खेल की गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए जिससे विद्यार्थी खेल से भी अपना कैरियर बना सकते हैं । प्राचार्य महोदया डॉ . सुमन बालियान ने शतरंज खेल के विषय में कहा कि शतरंज अत्यंत प्राचीन खेल है जो कालांतर में राजाओं महाराजाओं के मध्य खेला जाता था। जो आज भी प्रासंगिक है प्राचार्य ने आगे कहा कि इस खेल में एकाग्रता , धैर्य व सोचने समझने व फैसले लेने की क्षमता बढ़ती है पश्चात महाविद्यालय के योग प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं द्वारा योग की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए करने हेतु एक सुंदर योग जनित नित्य नाटिका का मंचन किया। जो अत्यंत ही रमणीय एवम ज्ञानवर्धक था। इसके साथ ही प्रथम दिवस के खेल में शैलदेवी महाविद्यालय की योगा की छात्रा कु. रितु थामी ने डिसकस थ्रो के खेल में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता जो नेपाल में आयोजित थी उसमें स्वर्ण पदक हासिल किए इसकी इस उपलब्धि पर हेमचंद्र यादवविश्व विद्यालय की कुलपति के द्वारा ससम्मान प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत से हुआ । इस प्रकार अनेक व्याख्यान एवम कार्यक्रमों के पश्चात यह खेल शुरू हुआ जिसमें बालिका वर्ग से प्रथम स्थान पर साइंस कॉलेज दुर्ग की टीम रही । द्वितीय स्थान पर शैलदेवी महाविद्यालय अंडा की टीम रही । बालक वर्ग में प्रथम स्थान पर साइंस कॉलेज दुर्ग की टीम तथा द्वितीय स्थान पर कल्याण कॉलेज भिलाई नगर की टीम रही। शैलदेवी एडुकेशनल सोसायटी के चैयरमेन श्री राजन कुमार दुबे के द्वारा विजेता व उपविजेता विद्यार्थियों को शील्ड व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण उपस्थित हुए । इस प्रकार से शाह और मात का खेल सम्पन्न हुआ ।