राजनांदगांव जिले को “दिग्विजय” नगर नाम देने उठी आवाज
VLC@राजनांदगांव .महंत राजा दिग्विजय दास की रियासत राजनांदगांव जिले का नाम उनके ही नाम पर रखने को लेकर अब मांग उठने लगी है सर्व समाज प्रमुखों ने संगोष्ठी कर राजनांदगांव जिले को दिग्विजय नगर नाम दिए जाने को लेकर अपनी सहमति दी है. इसके साथ ही इस अभियान को लेकर पुरजोर समर्थन भी दिया है सर्व समाज की बैठक में इस बात पर जोर दिया गया है कि आने वाले दिनों में राजनांदगांव जिले का नाम दिग्विजय नगर किया जाए. सर्व समाज प्रमुखों ने इसके लिए दिग्विजय नगर समिति को अभियान चलाने के लिए अपना समर्थन भी दे दिया है.
शहर के एक निजी होटल में संगोष्ठी के माध्यम से दिग्विजय नगर समिति के बैनर तले संगोष्ठी का आयोजन किया गया आयोजन में राजनांदगांव जिले को दिग्विजय नगर किए जाने की मांग रखी गई है बैठक में सर्व समाज के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए और अपने विचार रख कर इस मुहिम को तेज करने के लिए अपना समर्थन दिया है।संगोष्ठी के आयोजन में दिग्विजय नगर नाम देने को लेकर अलग अलग तथ्य रखे गए हैं जिनमें रियासत कालीन इतिहास के कई तत्वों को शामिल किया गया है.इसके बाद सर्व समाज प्रमुखों ने राजनांदगांव जिले का नाम दिग्विजय नगर किए जाने को लेकर अपनी सहमति प्रदान की है इसके साथ ही इस नाम को पुरजोर समर्थन भी दिया गया है ताकि आने वाले समय में राजनांदगांव जिले को दिग्विजय नगर के नाम से जाना जा सके.
सर्व समाज की बैठक में नगर निगम महापौर हेमा देशमुख भी शामिल हुई इस दौरान मंच से उन्होंने सर्व समाज के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनांदगांव का अपना इतिहास रहा है और राजनांदगांव के राजा महंत राजा दिग्विजय दास ने जिले की भलाई के लिए अनेक कार्य किए हैं निश्चित तौर पर उनके कार्यों की आज भी सराहना होती है और इसके साथ ही आज चिंतन का समय है कि महंत राजा दिग्विजय दास के नाम को एक अमिट पहचान दी जाए उन्होंने कहा कि जैसा कि सर्व समाज ने यह फैसला लिया है कि राजनांदगांव जिले का नाम अब दिग्विजय नगर किया जाए तो इस फैसले में वे सर्व समाज के साथ हैं उन्होंने कहा कि सभी समाज प्रमुख इस पर अपनी सहमति दे दे ताकि मैं नगर निगम में प्रस्ताव कर आगे की कार्रवाई कर सकूं।
संगोष्ठी के आयोजन में दिग्विजय नगर समिति के अध्यक्ष दुष्यंत दास ने कहा कि राजनांदगांव रियासत में वैष्णव राजाओं ने काफी विकास कार्य किए हैं अंतिम राजा रहे महंत राजा दिग्विजय दास ने तो अपना महल ही शिक्षा के लिए दान कर दिया था ऐसे दानवीर राजा को आज तक हम एक अमिट छाप नहीं दे पाए हैं इसलिए सर्व समाज की बैठक आयोजित कर संगोष्ठी के रूप में इस मामले को लेकर के चर्चा की गई और जिस प्रकार निष्कर्ष सामने आया है कि अब राजनांदगांव जिले का नाम बदलकर दिग्विजयनगर किया जाए इसके लिए सर समाज प्रमुखों ने दिग्विजय नगर समिति को दायित्व सौंपा है निश्चित तौर पर इस दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ किया जाएगा और आने वाले समय में अलग अलग तरीके से अभियान चलाकर राजनांदगांव जिले का नाम दिग्विजयनगर किए जाने को लेकर प्रयास किए जाएंगे।
आयोजन में मुख्य रूप से महापौर हेमा देशमुख, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, गणेश शंकर मिश्रा, समाजसेवी दामोदरदास मूंदड़ा, प्रेस क्लब सचिव अनिल त्रिपाठी, चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष राजा मखीजा, संजय रिजवानी, राकेश सेठिया, संजय बहादुर सिंह,अजय परिहार, निखिल भदोरिया, अमर लालवानी,घनश्याम वैष्णव,देवेंद्र मोहन लाला, डीसी जैन, सतीश भट्टड़,दिनेश दास, अशोक फडणवीस, देवकुमार निर्वाणी, मुख्तार सिंह,शिव अग्रवाल,पातंजलि बाजपेयी,अखिलेश तिवारी,दिवाकर बाजपेई, रमेश शर्मा,सुरेंद्र गुप्ता,शिव नारायण धकेता,श्याम,संतोष पटाक,बजरंग शर्मा,दयावान देवांगन,ओमप्रकाश कांकरिया, रमेश यादव, गरीबा यादव, डॉक्टर अरुण दीक्षित, गजेंद्र बक्शी आमोद श्रीवास्तव ज्योतिषाचार्य
सरोज द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
राहुल गौतम-राजनांदगांव