Tihar Jail में हर जगह QRT की तैनाती, टिल्लू की हत्या के बाद गैंगवार की आशंका
Tillu Tajpuria Murder : दिल्ली की तिहाड़ जेल में 2 मई को गैंग्सटर टिल्लू ताजपुरिया की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हाई सिक्योरिटी बैरक में बदमाशों ने टिल्लू को चारों तरफ से घेरकर उस पर हमला किया था। टिल्लू पर पुलिस की मौजूदगी में ताबड़तोड़ वार किए गए थे। गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया की हत्या के बाद से लगातार तिहाड़ जेल की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया की हत्या के बाद से तिहाड़ प्रशासन भी सवालों के घेरे में है। इतना ही नहीं आशंका जताई जा रही है कि जेल में गैंगवार की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। ऐसे में अब जेल प्रशासन एक्शन में आ गया है। जेल में गैंगवार की घटनाओं से निपटने के लिए Quick response team (QRT) बनाई गई है। एक जेल से दूसरी जेल में ड्रग्स और मोबाइल फोन आदि न फेंके जा सकें। इसके लिए भी प्रशासन रणनीति बना रहा है।
एक महीने में 2 गैंगस्टर की हत्या
दिल्ली की तिहाड़ जेल को भारत की सबसे सुरक्षित जेल माना जाता है। 14 अप्रैल को तिहाड़ में गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या को अंजाम दिया गया। इसके बाद 2 मई को गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को भी मौत के घाट उतार दिया गया। इस वारदात को चार बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया था। अब स्पेशल सेल के सूत्रों ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में जेल में गैंगवार की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। आशंका है कि दोनों गैंग हत्या का बदला ले सकते हैं। ऐसे में जेल के अंदर QRT की तैनाती की गई है।
QRT में कौन होगा?
तिहाड़ जेल में तैनात होने वाली क्विक रिस्पांस टीम में तमिलनाडु स्पेशल पुलिस और दिल्ली जेल स्टाफ के अलावा अर्धसैनिक बलों के जवानों को रखा गया है। एक टीम में 7-8 जवानों के अलावा असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट शामिल होंगे। क्विक रिस्पांस टीम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए Anti riot equipment से लैश होगी। जेल के अंदर गैंगवार होने की स्थिति में QRT खुद को सुरक्षित रखते हुए खूंखार कैदियों से निपटने में सक्षम है।