रायपुर world cup में सट्टे को लेकर पुलिस 3 दिनों में 7 सटोरिए गिरफ्तार, लाखों रुपये के मोबाइल और समान जब्त
WORLD CUP में सट्टे को लेकर पुलिस सख्त: 3 दिनों में 2 थानों की टीम ने मारी रेड, 7 सटोरिए गिरफ्तार, लाखों रुपये के मोबाइल और समान जब्त
रायपुर। रायपुर पुलिस ने वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच के दौरान ऑनलाइन सट्टा खेलते 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर राजेंद्र नगर पुलिस और डीडी नगर पुलिस ने रेड मारकर कार्रवाई की है। ये सभी आरोपी अपार्टमेंट में बैठकर सट्टे में पैसा लगा रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने सूचना मिलते ही रेड मारकर इन्हें पकड़ लिया। अब इस मामलें में आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस ने इन युवकों के पास से 12 नग मोबाईल फोन, 1 नग लैपटॉप तथा नगदी रकम 30 हजार रूपये जब्त किया गया है।
राजेंद्र नगर पुलिस ने 6 युवकों को दबोचा
राजेन्द्र नगर पुलिस ने लगातार 2 दिनों तक अलग-अलग इलाकों के घरों में रेड मारा। जिसमें 17 अक्टूबर को पुलिस को रेड कार्यवाही के दौरान मकान में 3 व्यक्ति मौजूद मिले। इन युवकों ने पूछताछ में नाम मुनीन्द्र चौहान, सूरज वरलानी और विक्रांत वाधवानी रायपुर के रहने वाला बताया। पुलिस ने इन युवकों के पास से 12 नग मोबाईल फोन, 1 नग लैपटॉप तथा नगदी रकम 30 हजार रूपये जब्त किया गया है।
दूसरे दिन भी एक्शन
राजेंद्र नगर पुलिस ने 18 अक्टूबर को फिर एक सूचना मिली। अमलीडिंग के इलाके में एक फ्लैट में सट्टा खेला जा रहा है। सूचना के आधार पर जब पुलिस ने रेड मारी तो वहां मौजूद 3 लोग हार जीत पर पैसों का दाव लगा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में सागर सचदेव, धनराज नागवानी और कृष्णा नारायणी को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी भी रायपुर के ही रहने वाले हैं।
पुलिस ने रेड मार कर विकास सोनी को गिरफ्तार किया
एक अन्य आरोपी भी गिरफ्तार
डी.डी.नगर पुलिस को सूचना मिली कि सत्यम विहार के गली नंबर एक पर एक व्यक्ति ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर रहा है। इस मामले में पुलिस ने रेड मार कर विकास सोनी को गिरफ्तार किया उसके पास से पुलिस को 3 हजार रुपये और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है। पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ प्रतिषेध एक्ट के तहत कार्यवाई की है।
SSP ने दे रखें है निर्देश
सट्टा से जुड़े मामलों पर रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने जिले के सभी आला अफसरों और थानेदारों को निर्देश दिए हैं कि जुआ और ऑनलाइन सट्टा पर सख्ती से रोक लगाया जाए। जिसके तहत साइबर पुलिस की टीम की लगातार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की निगरानी कर रही है।